What is Bermuda Triangle in Hindi? बरमूडा ट्रायंगल में जहाज क्यों गायब होते है?

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अगर आप से कोई ये कहे की एक ऐसी जगह भी है इस दुनियां में जहाँ पर बड़ी से बड़ी जहाजे गायब हो जाती है वहाँ पर कोई भी Instrument काम नहीं करता, ऐसी घटना को बहुत से फिल्मो में भी देखे होंगे पर इन सब चीजों पर विश्वास नहीं होता की ऐसा भी हो सकता पर ऐसी रहस्य्मयी जगह दुनिया में वास्तव में है तो आप इस आर्टिकल में इसके बारे में जानेगे की बरमूडा ट्रायंगल क्या है? (What is Bermuda Triangle in Hindi)

बरमूडा त्रिकोण का रहस्य क्या है? (Bermuda Triangle Mystery in Hindi), बरमूडा की खोज कब हुई थी? बरमूडा की खोज किसने की थी?, बरमूडा त्रिभुज कहाँ स्थित है?, बरमूडा ट्रायंगल से जिन्दा वापस लौटने वाला पहला व्यक्ति कौन है?, Bermuda Triangle History in Hindi, बरमूडा ट्रायंगल Mistry?

बरमूडा ट्रायंगल क्या है in Hindi?

Bermuda Triangle अमेरिका के फ्लोरिडा, प्यूर्टोरिको और बरमूडा को जोड़ने वाला एक ट्रायंगल ( त्रिभुज) है जो कॅरीबीयन सागर में है। इस ट्रायंगल से गुजरने पर बड़े बड़े समुद्री जहाज, हवाई जहाज और भी वस्तुए गायब हो जाती है इसी कारण से बरमूडा ट्रायंगल को  डेविल (राक्षस) ट्रायंगल भी कहा जाता है।

बरमूडा त्रिभुज कहाँ स्थित है? (Where is Bermuda Triangle in Hindi)

बरमूडा ट्रायंगल उत्तर-पश्चिम अटलांटिक महासागर में स्थित 5 लाख किलोमीटर स्क्वायर में फैला हिस्सा है जो अमेरिका के पास स्थित क्यूबा मे है। यह क्षेत्र भूमध्य रेखा के नजदीक है, यह उष्ण-कटिबंधीय क्षेत्र में पश्चिमी गोलार्ध में आता है। पिछले 100 वर्षो में यहाँ 75 हवाई जहाज, 100 से ज्यादा छोटे बड़े समुद्री जहाज गायब हो चुके है और 1000 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है। अटलांटिक महासागर को अंध महासागर भी कहा जाता है। प्यूर्टोरिको अटलांटिक महासागर का सबसे गहरा गर्त (8381 मीटर ) है। व्यापार की दृष्टि से अटलांटिक महासागर संसार का सबसे व्यस्ततम महासागर है। 

बरमूडा ट्रायंगल का इतिहास (Bermuda Triangle History in Hindi)

बरमूडा की खोज कब हुई थी और किसने की थी?

बरमूडा ट्रायंगल के बारे में सबसे पहले सन 1498 में  क्रिस्टोफर  कोलम्बस ने बताया, उन्होंने अपने लेख में लिखा है की वो भ्रमण कर रहे थे और जैसे ही वो इस क्षेत्र के नजदीक पहुंचे उनका दिशा बताने वाला कम्पास काम करना बंद कर दिया उसमे अजीब सी हलचल होने लगी और उसके बाद उन्होंने ने देखा की आसमान से एक रहस्यमयी आग का गोला आता दिखाई दिया जो सीधा समुद्र में जा गिरा। इसके बाद बहुत सी घटनाएं हुई है यहाँ पर।

अगस्त 1942 में अमेरिकी नौसेना के जहाज  पेट्रोलिंग पर निकले थे वे जब Bermuda Triangle क्षेत्र पर पहुंचे तो कुछ देर बाद रेडिओ ऑपरेटरो को  सिग्नल  मिला की जहाज के कम्पास काम नहीं कर रहे है और  कुछ समय बाद रेडिओ सिग्नल, नेविगेशन सभी काम करना बंद कर दिया और पूर्ण रूप से संपर्क टूट गया और जहाज और जहाज में बैठे लोग भी गायब हो गए जिसका पता आजतक नहीं चला,

और इसके बाद इन्हे ढूढ़ने के लिए रेस्क्यू टीम भेजी गयी और रेस्क्यू टीम जब इस क्षेत्र में पहुंची तो इनके साथ भी उसी तरह की घटना घटी और उनका भी संपर्क कण्ट्रोल रूम से टूट गया और वो भी गायब हो गए और उनका भी पता नहीं चला।

लगभग 4 महीने बाद दिसंबर 1942 में अमेरिका के पांच टारपीडो बमवर्षक विमानों के दस्ते ने 14 लोगों के साथ फोर्ट लॉडरडेल से इस  क्षेत्र के ऊपर से उड़ान भरी थी, यात्रा के लगभग 90 मिनट बाद रेडियो ऑपरेटरों को सिग्नल मिला कि कम्पास काम नहीं कर रहा है, उसके तुरंत बाद संपर्क टूट गया और उन विमानों में मौजूद लोग कभी वापस नहीं लौटे. उनके बचाव कार्य में गए तीन विमानों का भी कोई नामोनिशान नहीं मिला। 

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1964 में विन्सेंट गड्डीस ने अपने मैगज़ीन में बताया की कैसे ये जहाजों को निगल लेता है इसलिए इसका नाम डेविल ट्रायंगल (Devil Triangle) बताया और उन्होंने उसमे लिखा की इस दुनिया में एक डायमेंशन और है यानी कि एक दूसरी दुनिया जो बरमूडा ट्रायंगल में बसता है। उसके बाद से लोगो के मन में बरमूडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle) का खौफ बसने लगा।

बरमूडा ट्रायंगल से जिन्दा वापस लौटने वाला पहला व्यक्ति कौन है? 

ब्रूस जर्मन नाम का एक पायलट बरमूडा ट्रायंगल से जिन्दा वापस आया और उन्होंने सारी घटना को विस्तार से बताया,उन्होंने बताया की सन 1970 में वो, उनके पिता और उनका एक साथी बहमास से मिआमि के लिए जा रहे थे  जब वे इस बरमूडा ट्रायंगल ऊपर पहुंचे तो इनके जहाज के सिग्नल, कम्पास और इंजन काम करना बंद कर दिए फिर अचानक से मौसम ख़राब हो गया,और इन्हे बादल का झुण्ड दिखाई दिया जिसमे सर्किल बना था

और वो  काले  बादलो की गुफा जैसे लग रहा था और इन्होने कहा की ये बादल इनकी तरफ इतनी तेजी से आये की इन्हे किसी भी तरह की प्रतिक्रिया करने का मौका नहीं मिला और ये उसमे घुस गए बदलो के अंदर जाते ही बीच बीच में बिजलियाँ कड़क रही थी और रोशनी बहुत तेज थी,और हवाएं बहुत तेज थी फिर अचानक से सब कुछ दिखना बंद हो गया और केवल धुआँ ही धुआँ दिख रहा था

और यह घटना 3 मिनट तक चला और इस 3 मिनट में इनकी जहाज 150 किलोमीटर की दूरी तय कर ली यानी जहाज की स्पीड 3000 किमी / घंटा हो गयी थी और इस दूरी को तय करने के लिए जो फ्यूल खर्च होना चाहिए वो भी खर्च नहीं हुआ। 

बरमूडा त्रिकोण का रहस्य क्या है? (Bermuda Triangle Mystery in Hindi)

बरमूडा ट्रायंगल Mystery: बरमूडा ट्रायंगल क्षेत्र में जहाजों के गायब होने के कारण पर कई शोध और अध्ययन हुए लेकिन कुछ पता नहीं चल पाया। शुरुआती शोध के परिणाम बताते हैं कि बरमूडा ट्रायंगल (Bermuda Triangle in Hindi) के पास एक विशेष प्रकार का कोहरा छाया रहता है जिसमें जहाज भटक जाते हैं।

जहाजों के गायब होने का दूसरा कारण यह बताया जाता है कि बरमूडा ट्रायंगल क्षेत्र में ज्वालामुखी बहुत अधिक संख्या में है जब ये ज्वालामुखी विस्फोट करते है तो इसमें से मीथेन गैस और अन्य जहरीली गैसे निकलती है। इससे समुद्र के पानी का घनत्व कम हो जाता है और जहाज धीरे-धीरे पानी में समाने लगता है। क्योकि जहाज को समुद्र के घनत्व के हिसाब से डिज़ाइन किया जाता है।

शोधकर्ताओं का मानना है कि यहां (Bermuda Triangle in Hindi) समुद्र के इस भाग में एक शक्तिशाली चुम्बकीय क्षेत्र होने के कारण जहाजों में लगे उपकरण काम करना बंद कर देते हैं. जिस कारण जहाज रास्ता भटक जाते हैं और दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं । 

बरमूडा त्रिभुज (Bermuda Triangle in Hindi) के आस-पास  क्षेत्र में छोटे-छोटे समुद्री पहाड़ है जिससे तेज हवाएं टकराती है और इन हवाओं में हलचल उत्पन्न हो जाती है और इन हवाओ को चक्रवात में बदल देते है और ये बादलो और समुद्र के जल को लहरों में बदल देते है जो सुनामी से भी खतरनाक होता है और इसमें जो भी आता है फस जाता है। 

समुद्र के अंदर की पहाड़ी जिसे रीज या कटक भी कहते है ये पानी के सतह के नीचे होते है जिसमे जहाज टकराकर गिर जाती है । 

बरमूडा ट्रायंगल पर रिसर्च करने वाले वैज्ञानिकों का दावा  है कि बरमूडा ट्रायंगल में बेहद भारी चीजों को अपनी ओर खींच लेने की ताकत  हेक्सागोनल बादल के शेप (6 सतह वाला cloud ) की वजह से आती है, यह बादल एयर बम बनाते हैं, यानी हवा में बम ब्लास्ट जैसी ताकत पैदा करते हैं । इन हवाओ की  रफ़्तार लगभग 250 किलोमीटर/घंटा की होती हैं ।  ये बादल और हवाएं आपस में मिलकर जब जहाज या एरोप्लेन से टकराते हैं तो उन्हें खींचकर समुद्र के तल में ले जाते हैं ।

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ड्रैगन ट्रायंगल क्या है (What is Dragon Triangle)

बरमूडा ट्रायंगल/बरमूडा त्रिभुज (Bermuda Triangle in Hindi) के आस-पास  क्षेत्र में छोटे-छोटे समुद्री पहाड़ है जिससे तेज हवाएं टकराती है और इन हवाओं में हलचल उत्पन्न हो जाती है और इन हवाओ को चक्रवात में बदल देते है और ये बादलो और समुद्र के जल को लहरों में बदल देते है जो सुनामी से भी खतरनाक होता है और इसमें जो भी आता है फस जाता है।  के ही तरह जापान में सन 1980 में डर्बीशायर नाम का एक जहाज डूब गया और उसके भी कम्पास, रेडिओ सिग्नल काम करना बंद कर दिए थे

और उस जहाज का भी पता नहीं चला और उसके बाद उसे ढूढ़ने के लिए  हवाई जहाज से रेस्क्यू टीम भेजा गया, ढूढ़ने गयी रेस्क्यू टीम के साथ भी ऐसी ही घटना घटी और वो भी लापता हो गए उनका भी पता नहीं चला, यहाँ भी कई घटनाये हो चुकी तब इसका नाम ड्रैगन ट्रायंगल रख दिया गया । ड्रैगन ट्रायंगल को एशिया का बरमूडा ट्रायंगल भी कहा जाता हैड्रैगन ट्रायंगल प्रशांत महासागर में स्थित है।

बरमूडा ट्रायंगल के ही तरह भारत में  भी एक ट्रायंगल पाया जाता है जो उड़ीशा स्थित है, उड़ीशा  में एक एयर स्ट्रिप स्थित जिसे अंग्रेजो ने द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान बनाया था जिसका नाम अमारडा एयर स्ट्रिप है । द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान अमेरिकी जहाज यही से उड़ान भरके जापान पर हमला करने जाते थे इस दौरान 150 से 200 अमेरिकी जहाज आपस में टकरा के गिर गए थे जब ऐसा हुआ तो कोई भी मौसम ख़राब नहीं था, न ही बादल थे और न ही हवाएं थी ।

ऐसा होने का कारण बताया जाता है की यह क्षेत्र झारखण्ड के करीब है और झारखण्ड के जादूगोड़ा में यूरेनियम की खदान है, यूरेनियम एक बहुत ही रेडियो एक्टिव पदार्थ है जिसके उच्च रेडिएशन से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम और नेविगेशन काम करना बंद कर देते है या ख़राब हो जाते है  जिसके कारण जहाज आपस में टकरा जाती है ।

बरमूडा ट्रायंगल, ड्रैगन ट्रायंगल और अमारडा एयर स्ट्रिप का क्षेत्र ये तीनो ट्रायंगल एक ही अक्षांश पर स्थित है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना की इस दुनिया में ऐसा भी जगहँ है जहाँ पर वस्तुएँ  अचानक से गायब हो जाती है लोगो को ये जगहं हॉरर प्लेस की तरह लगता है जिससे लोग इसे Black Hole बोलते है पर यहाँ पर होने वाली सारी घटनाओ का वैज्ञानिक कारण आपने जाना की बरमूडा त्रिभुज क्या है? (What is Bermuda Triangle in Hindi), बरमूडा त्रिभुज कहाँ स्थित है? (Where is Bermuda Triangle in Hindi), बरमूडा ट्रायंगल Mistry को जाना अगर आपको ये आर्टिकल बरमूडा त्रिकोण क्या है? (Bermuda Triangle in Hindi) अच्छा लगा हो तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताये और इसे आगे शेयर भी करे

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