Plastic Money Kya Hai? Credit Card और Debit Card में अंतर क्या है?

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अगर आप सब Credit Card का इस्तेमाल करते है तो हो जाइये सावधान। अगर कभी आपका Credit Card या Debit Card खो जाये तो आपके पैसे का क्या होगा। अगर आपका Credit Card या Debit Card खो जाये तो अपने पैसे को कैसे सुरक्षित रख सकते है। क्यों RBI ने Master Card को नया कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी। क्यों Debit Card है Credit Card से ज्यादा सुरक्षित। क्या आपको पता है की Plastic Money Kya Hai अगर नहीं तो आइये Plastic Money Kya Hai और क्या है इसके फायदे और नुकसान।

सबसे पहले बात करते है की Plastic Money Kya Hai ये बैंक की तरफ से दिया जाने वाला एक प्लास्टिक कार्ड होता है जिसकी मदद से आपको  ATM से पैसा निकालने या Online Platform पर वस्तुओ की खरीदारी के लिए या Ticket Booking, Bill Payment, Recharge ऐसे और भी चीजों को करने में मदद मिलती है। Plastic Money के अन्तर्गत ही Credit Card, Debit Card, ATM Card, Cash Card और Store Card आता है।

अगर आपके पास इन कार्ड में से कोई भी कार्ड है तो आपको वस्तु खरीदारी के भुगतान के लिए Cash की जरूरत नहीं होगी यानि आपको अपने जेब में नगद पैसे लेकर चलने की जरूरत नहीं होगी। पिछले एक दशक में भारत में प्लास्टिक मनी  यानि क्रेडिट कार्ड, डेबिट कार्ड, एटीएम कार्ड, कैश कार्ड और स्टोर कार्ड का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ा है।

Plastic Money Kya Hai और इसकी जरूरत क्यों पड़ी 

पुराने ज़माने में पैसा निकालने के लिए केवल एक ही माध्यम था की आपको बैंक जाकर ही पैसा निकालना पड़ता था । आप उसी बैंक से और ब्रांच से पैसा निकाल सकते थे जिसमे आपका खाता (Account) खुला हो और कही से नहीं निकाल सकते थे । इसकी वजह से लोगो को बहुत सी समस्याओं का सामना करना पड़ता था । क्योंकि बैंक 24 घंटे नहीं खुलते थे और छुट्टियों के दिन बंद रहा करते थे और Bank दूर – दूर हुआ करते थे।

लोगो को सबसे बड़ा खतरा ये होता था की जब कोई व्यक्ति बैंक से पैसा निकालने या बैंक में पैसा जमा करने जाता था तो अधिकतर उसके साथ लूटपाट की घटना घाट जाती थी कभी – कभी तो उसे मार भी दिया जाता था। इन सब दिक्कतों से छुटकारा दिलाने के लिए जगह – जगह ATM Machine का इंस्टालेशन किया गया। Plastic Money के अंतर्गत ATM भी आता है।

एटीएम क्या है? (What is ATM) 

ATM का Full Form  Automated Teller Machine है इसकी खोज 27 June, 1967 को John Shepherd Barron ने इंग्लैंड में की थी।और Actor Reg Varney ATM से पैसा निकालने वाले प्रथम व्यक्ति थे। एटीएम को मुख्यता दो भागो में बाटा गया है Credit Card और Debit Card. एटीएम आने के वजह से लोगो को पैसा निकालने में आसानी हो गयी। एटीएम को लगाने में ज्यादा खर्च नहीं आता है और एक बैंक ही जितना इसमें भी पैसा रखा जाता है। और ये 24 घंटे किसी भी दिन पैसा निकाल सकते है और किसी भी बैंक के ATM Card से किसी भी बैंक के ATM मशीन में पैसा निकाल सकते है।

डेबिट कार्ड क्या है? (What is Debit Card) 

ये एक Plastic card होता है जो हमें बैंक की तरफ से मिलता है जहाँ हमारा अकाउंट खुला है इससे हम किसी भी बैंक के एटीएम में कार्ड डालकर पैसा निकाल सकते है या कही भी शॉपिंग कर सकते जहा भी डेबिट कार्ड एक्सेप्टेड हो या कोई भी Bill Payment कर सकते है।डेबिट कार्ड से हम उसी पैसे का ट्रांजेक्शन कर सकते है जो हमारे बैंक के अकाउंट में हमारा पैसा जमा होता है यानि की हम इस कार्ड से केवल अपने पैसे का ट्रांजेक्शन कर सकते है जितना हम अपने अकाउंट में जमा किये है उतना ही पैसा निकाल सकते है।

पहले हमारे पास जिस बैंक का डेबिट कार्ड होता था हम उसी बैंक के एटीएम से पैसा निकाल सकते थे क्योकि कोई भी बैंक अपने कस्टमर का अकाउंट डिटेल दूसरे बैंक से नहीं शेयर करना चाहता था क्योंकि कस्टमर के डाइवर्ट होने का डर था। लेकिन अब ऐसा नहीं है अब हम किसी भी बैंक का डेबिटकार्ड किसी भी एटीएम में इस्तेमाल कर सकते है।

अब आप जिस बैंक में अकाउंट खुलवाते है और Debit Card लेते है तब वो बैंक आपका सारा अकाउंट डिटेल (Password, Account Number, OTP, Amount etc.) सभी बैंको को देने के बजाय वो केवल Card Network (कार्ड नेटवर्क का मतलब जिस कंपनी का आपका डेबिट कार्ड है जैसे Rupay, Master या Visa) को आपका डिटेल देता है।

उदाहरण – जैसे आप BOB के एटीएम मशीन में SBI का डेबिट कार्ड लगाएंगे तब एटीएम मशीन आपका अकाउंट डिटेल BOB या SBI से पूछने के बजाय Card Network से पूछता है की जो अमाउंट निकालने लिए माँगा जा रहा है उतना पैसा अकाउंट में है की नहीं अगर कार्ड नेटवर्क हां कह दिया तो आपको उतने पैसे मिल जायेंगे क्योकि कार्ड नेटवर्क को आपके सारे अकाउंट डिटेल्स पता होते है।

कार्ड नेटवर्क ही आपको कार्ड बना के देता है OTP भेजता है, कार्ड ब्लॉक या नंबर ब्लॉक करता है इसके बदले में ये बैंक के माध्यम से हमसे सालाना 500 या 600 रूपये लेते है। एटीएम मशीन किसी का डाटा अपने पास Save नहीं कर सकती यदि आप एक बार एटीएम से पासवर्ड डालकर पैसा निकाल लिए तो उसके बाद एटीएम मशीन से डाटा डिलीट हो जाता है दुबारा पैसा निकालने के लिए आपको फिर से पासवर्ड डालना होगा। 

Debit Card के प्रकार और कौन सा Debit Card है ज्यादा बेहतर 

भारत में Debit Card तीन प्रकार के है Rupay Card, Master Card और Visa Card. Master Card और Visa Card ये दोनों U.S. की कंपनी है इन दोनों कार्ड से आप देश विदेश कहीं से भी पैसा निकाल सकते है। Master Card और Visa Card से International ट्रांजेक्शन Compulsory है की चलेगा। Rupay Card भारत के द्वारा बनाया गया है ये तो भारत में Compulsory चलेगा लेकिन अगर आपको विदेश में भी इस्तेमाल करना है तो इसके लिए आपको Rupay का Platinum Card लेना पड़ेगा जो विदेशो में भी चलेगा। Visa Card का भारत में मार्केट कैप 50 % है, Master Card का भारत में मार्केट कैप 30 % है जबकि Rupay का भारत में मार्केट कैप 20 % है।

6 अप्रैल 2019 को भारत सरकार ने एक नोटिस जारी किया की जिस Card Issuer कंपनी का डाटा सेण्टर भारत में स्थापित होगा अब केवल उसे ही नए  कार्ड Issue करने दिए जायेंगे। जिसका डाटा सेण्टर भारत में नहीं है वो अपना डाटा सेण्टर यहाँ पर 22 जुलाई 2021 तक यहाँ बना ले नहीं तो उन्हें कार्ड जारी नहीं करने दिए जायेंगे।जिसमे Master Card अभी तक अपना डाटा सेण्टर स्थापित नहीं कर पाया जिसके वजह से RBI ने Master Card को नए कार्ड जारी करने पर रोक लगा दी है।

क्रेडिट कार्ड क्या है? (What is Credit Card)

 क्रेडिट कार्ड से आप बैंक से अधिकतम 3 लाख का लोन ले सकते है इसके लिए आपको बैंक जाने की जरूरत नहीं है और लोन लेने के लिए आपको कोई वस्तु गिरवी भी नहीं रखनी होती, और बैंक 30 से 40 दिन तक कोई भी ब्याज नहीं लेती लेकिन 40 दिन बाद बहुत ज्यादा ब्याज दर लेती है। Credit Card सबको नहीं मिलता इसको बैंक केवल उन्ही लोगो को देता है जिनकी एक फिक्स मिनिमम इनकम होती है, जिन ग्राहकों पर बैंक को भरोसा होता है की ये पैसा वापस लौटा देंगे ये कार्ड बैंक उन्ही को देती है।

 

इसमें शुरुआत में 25000 रूपये की लिमिट होती है अगर आप ये पैसा टाइम से चुका देते है तो आपका क्रेडिट पॉइंट बन जाता है जिससे आपकी लिमिट बढ़ते – बढ़ते 3 लाख रूपये तक हो जाती है। यहाँ आपको तुरंत लोन मिलता है। किसी बैंक का क्रेडिट कार्ड लेने के लिए आपको उस बैंक में अकाउंट खुलवाना जरूरी नहीं है यदि आप क्रेडिट कार्ड के लिए Eligible है तो ये आप किसी भी बैंक से ले सकते है बस आपको अपने इनकम का स्रोत और मिनिमम इनकम बैंक को दिखाना होगा जो क्रेडिट कार्ड लेने के लिए जरूरी है।

क्रेडिट कार्ड से आप शॉपिंग कर सकते है, बिल पेमेंट कर सकते है और आपको इसके लिए अच्छे ऑफर भी मिलते है कॅश बैक से रिलेटेड।यदि आप क्रेडिट कार्ड से एटीएम जाकर पैसा निकालते है तो आपको हैवी पेनाल्टी देनी होगी इसलिए आपको क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल कर एटीएम से पैसा नहीं निकालना चाहिए। आपको इसका इस्तेमाल मुख्यता ऑनलाइन ट्रांजेक्शन के लिए ही करना चाहिए। 

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Credit Card और Debit Card में अंतर 

अगर आप किसी बैंक म अकाउंट खुलवाते है तो आपको डेबिट कार्ड जरूर मिलेगा लेकिन क्रेडिट कार्ड नहीं।

Debit Card से आप केवल उसी पैसे का ट्रांजेक्शन कर सकते है जो आपके अकाउंट में जमा है लेकिन क्रेडिट कार्ड से आप लोन ले सकते है इसके लिए अकाउंट में पैसा होना जरूरी नहीं।

Debit Card आप केवल उसी बैंक से ले सकते है जहा आपका अकाउंट है लेकिन क्रेडिट कार्ड आप किसी भी बैंक से ले सकते है।

Debit Card ज्यादा सुरक्षित होता है Credit Card की तुलना में क्योकि आपको डेबिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करने के लिए 16 डिजिट का कार्ड नंबर बताना पड़ता उसके बाद एक्सपायरी डेट फिर 3 डिजिट का CVV नंबर बताना पड़ता इसके बाद पासवर्ड डालना होता फिर उसके बाद आपके अकाउंट से लिंक मोबाइल नंबर पर OTP आता और OTP डालने के बाद ही आप ट्रांजेक्शन कर सकते है और ये OTP एक बार में 10 मिनट के लिए ही वैलिड होता है। यदि आपका डेबिट कार्ड खो जाए तो कोई भी बिना OTP के ट्रांजेक्शन नहीं कर पायेगा।

What is plastic money in hindi

लेकिन Credit Card से ट्रांजेक्शन करने के लिए कोई पासवर्ड या OTP की जरूरत नहीं पड़ती इसलिए आपका क्रेडिट कार्ड खो जाने पर कोई व्यक्ति आसानी से आपके कार्ड से ट्रांजेक्शन कर सकता है इसीलिए क्रेडिट कार्ड बंद करवाना ज्यादा आसान होता है डेबिट कार्ड के तुलना में। क्रेडिट कार्ड से ऑनलाइन शॉपिंग करने Bill Payment करने ज्यादा ऑफर मिलते है डेबिट कार्ड की तुलना में। क्रेडिट कार्ड से ट्रांजेक्शन करने पर आपको क्रेडिट पॉइंट मिलते है और गिफ्ट कार्ड वाउचर मिलते है अगले ट्रांजेक्शन के लिए।

प्लास्टिक मनी के फायदे और नुकसान क्या हैं?

दुनिया की कोई ऐसी वस्तु नहीं है जिसमे कुछ अच्छाइयों और कुछ कमिंयो का मिश्रण न हो वैसे ही प्लास्टिक मनी के फायदे तो बहुत है पर नुकसान भी कुछ कम नहीं, तो जानते है Plastic Money Kya Hai फायदे और नुकसान-

प्लास्टिक मनी के फायदे क्या है?

Plastic Money Kya Hai इसके फायदे कुछ इस प्रकार है-

  1. नगद पैसा खोने या चोरी होने का डर नहीं होता
  2. आपके के कार्ड के खो जाने या चोरी हो जाने पर आप इसे बैंक में रिपोर्ट कर ब्लॉक करा सकते है
  3. इसमें आपको एक जगह से दूसरे जगह नगद कैश के भार ले जाने की आवश्यकता नहीं होती
  4. आप देश विदेश कहीं भी आसानी से Debit Card/Credit Card का इस्तेमाल कर भुगतान कर सकते है और नगद निकाल सकते है
  5. Credit Card से आप आपातकालीन स्थिति में अपने क्रेडिट पर पैसे लेकर अपने जरुरत को पूरा कर सकते है हालांकि इस पर आपको चार्ज देना पड़ता है। 
  6. आप इन कार्डो का उपयोग ऑनलाइन भुगतान और फण्ड ट्रांसफर के लिए कर सकते है
  7. ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर कार्ड से भुगतान करने पर आपको भुगतान पर छूट मिलता है

प्लास्टिक मनी के नुकसान क्या है?

Plastic Money Kya Hai इसके नुकसान कुछ इस प्रकार है-

  1. प्लास्टिक मनी के इस्तेमाल से Online Fraud के होने की सम्भावना अधिक होती है
  2. सभी दैनिक जरूरतों को पूरा करने के लिए आप कार्ड का इस्तेमाल नहीं कर सकते
  3. कुछ मामले में कार्ड से पेमेंट करने पर अतरिक्त शुल्क लगता है
  4. सभी मामलो में प्लास्टिक मनी नगदी का सही रेप्लसेंट नहीं है
  5. आपके सारे पैसे और लेनदेन के डाटा की जानकारी Card Issuer कंपनी के पास होना
  6. कार्ड चोरी या खो जाने पर इसके इस्तेमाल की गलत जगह पर होने की संभावना
  7. क्रेडिट कार्ड का अत्यधिक इस्तेमाल से आपकी आर्थिक स्थिति के सुधार में बाधा उत्पन्न करता है

प्लास्टिक मनी के नुकसान से कैसे बचे?

अगर किसी भी वस्तु में नुकसान होने की संभावना होती है तो उस नुकसान से बचने के उपाय भी होते है तो जानते है Plastic Money Kya Hai नुकसान से बचने के उपाय कुछ इस तरह है-

  • आप पूर्णतः प्लास्टिक मनी/कार्ड पर निर्भर न हो आप सुरक्षित जगह ही इसका इस्तेमाल करे अन्यथा नगद कैश का
  • आप अपने कार्ड के पीछे दिए गए 3 अंको का CVV नंबर, OTP, और Password किसी को न बताये
  • आपके कार्ड खो या चोरी हो जाने पर बैंक में तुरंत रिपोर्ट कर कार्ड बंद करवाए
  • अगर फ़ोन कर कोई ये बोले की मै आपके बैंक से बोल रहा हू और आपका KYC करने या Card की लिमिट बढ़ाने के लिए आपसे आपके कार्ड नंबर, पासवर्ड, ओटीपी, या सीवीवी नंबर पूछे तो आप उसे मत बताये क्योंकि बैंक ऐसा नहीं करती

निष्कर्ष 

इस आर्टिकल में आपने जाना की Plastic Money Kya Hai और कैसे प्लास्टिक मनी/कार्ड आज के समय में लोगो की जरुरत बन चुकी है की लोग इसके इस्तेमाल होने वाले नुकसान को जानते हुए भी इसका इस्तेमाल कर रहे है क्योंकि अगर आप इसका इस्तेमाल सावधानी से करते है तो फायदे अधिक है। अगर ये आर्टिकल Plastic Money Kya Hai आपको अच्छा लगा हो तो आप कमेंट बॉक्स में कमेंट करे और आर्टिकल को आगे शेयर करे की Plastic Money Kya Hai और अपना फीडबैक जरूर दे।