PEG Ratio
जैसा की आप सबने हमारी पिछली आर्टिकल्स मे स्टॉक के फंडामेंटल एनालिसिस टूल्स और स्टॉक वैल्यूशन से संबन्धित कई आर्टिकल्स पढे जिसमे PE Ratio के बारे मे भी जाना कि अगर किसी स्टॉक का सभी पैरामीटर सही हो और पीई (PE) 15 के नीचे हो तो स्टॉक निवेश के लिया अच्छा होता है। लेकिन बुल मार्केट मे 15 से कम के PE वाले अच्छे स्टॉक जल्दी नहीं मिलते। क्योंकि अच्छे कंपनियो के शेयर सस्ते नहीं होते इसका कारण है कि इन स्टॉक्स को कोई बेचना नहीं जिसके वजह से पीई (PE) ज्यादा रहता है।
लेकिन हमे निवेश तो करना है जब हम स्टॉक ढूढते तो 15 से कम PE के जो स्टॉक मिलते भी है तो उन कंपनियो के फंडामेंटल अच्छे नहीं होते जिसके कारण उसमे निवेश नहीं कर सकते। तब हम उच्च पीई (PE) वाले अच्छे स्टॉक देखते है और उनके पेग रेश्यो को चेक करते है।
इस आर्टिक्ल मे हम पेग रेश्यो के बारे मे जानेंगे। PEG Ratio Kya Hota Ha ? पेग रेश्यो का उपयोग और महत्व क्या है?
PEG Ratio क्या होता है ?
PEG Ratio यह एक वैल्यू रेश्यो (Price Earning To Growth Ratio) होता है इससे कंपनी के मूल्यांकन मे मदद मिलती है। इससे हमे यह पता चलता है की कंपनी के ग्रोथ के मुक़ाबले कंपनी का PE Ratio कितना है। यह कंपनी के पीई रेश्यो तथा कंपनी के ग्रोथ का अनुपात होता है। इससे हमे बुल मार्केट मे पता लगाने मे मदद मिलती है की किस उच्च पीई (PE) वाले शेयर मे निवेश करना अच्छा होगा।
PEG Ratio Calculate कैसे करे ?
पेग रेश्यो की गणना करने के लिए PEG Ratio Formula होता है
PEG Ratio = PE Ratio / Earnings Growth Rate
- PE Ratio निकालने के लिए शेयर के वर्तमान बाजार मूल्य मे उसके EPS से भाग देकर निकाल सकते है।
- Earning Growth Rate पिछले वर्ष या आने वाले वर्ष का अनुमानित आँकड़ा ले सकते है।
- अधिक सटीक आँकड़ा लेने की लिए अर्निंग ग्रोथ कम से कम 5 सालों का ले।
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PEG Ratio का उपयोग कैसे करे ? उदाहरण से समझे
- किसी अच्छे फंडामेंटल वाले कंपनी का अगर PE बहुत ज्यादा है तो हम देखते है की कंपनी का PEG रेश्यो 1 से कम है की नहीं। इसके उपयोग से हमे पता चलेगा कंपनी मे निवेश करे की नहीं।
- अगर कंपनी का PEG 1 से कम है तो इसका मतलब है कंपनी की ग्रोथ की तुलना मे PE कम है। यहाँ निवेश कर सकते है।
- अगर कंपनी का PEG 1 से ज्यादा है तो इसका मतलब है कंपनी की ग्रोथ की तुलना मे PE अधिक है। इसमे निवेश से बचना चाहिए।
माना समान सेक्टर की दो कंपनियाँ A और B है और आप इन दोनों मे से किसी एक मे निवेश करना चाहते है दोनों ही कंपनियाँ उच्च PE वाली है कंपनी A का PE 30 है और कंपनी B का PE 35 है। यहाँ पर PE के आधार पर कंपनी A का वैल्यूएशन कंपनी B के मुकाबले ज्यादा आकर्षक लग रही है। लेकिन अब पेग रेश्यो देखते है तो कंपनी A का Growth Rate 26 है और कंपनी B का Growth Rate 39 है तो
- कंपनी A का PEG Ratio = 30 / 26 = 1.15
- कंपनी B का PEG Ratio = 35 / 39 = 0.89
- पेग रेश्यो निकालने पर कंपनी A का PEG 1.15 और कंपनी B का PEG 0.89 है तो यहाँ पर PEG के आधार पर कंपनी B का वैल्यूएशन कंपनी A की तुलना मे अधिक आकर्षक है। क्योकि कंपनी B का PEG 1 से कम है, और कंपनी A का PEG 1 से अधिक है।
- यानि कंपनी B का Growth Rate उसके PE से ज्यादा है और वहीं कंपनी A का Growth Rate उसके PE से कम है।
- दोनों कंपनियो की तुलना की जाए तो कंपनी B निवेश की लिए बेहतर है।
निष्कर्ष
पेग रेश्यो के माध्यम से कंपनी की वैल्यू का आकलन पता चलता है की कंपनी मे निवेश करने लायक है की नहीं। PEG रेश्यो किसी कंपनी को जांचने का काफी महत्वपूर्ण आंकड़ा है लेकिन आप केवल इसी के आधार पर निवेश नहीं कर सकते इसलिए निवेश से पहले बाकी पैमाने पर भी कंपनी को जांचें और सोच समझकर रिसर्च करने के बाद ही शेयर बाजार में निवेश करें।
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