क्या आपको पता है की Mutual fund kya hai? और काम कैसे करता है,इसमें निवेश कैसे करे। यदि आप यह सब नही जानते है तो कोई बात नही,तो आज आप Mutul Fund के बारे सब कुछ जानने वाले है।अक्सर आप सब टीवी से लेकर Social Media प्लेटफॉर्म पर हर जगह एक ऐड देखते होंगे की मैंने Mutual Funds में इन्वेस्ट कर अपनी लाइफ सिक्योर कर ली लेकिन सबके के कहने पर भी की म्यूच्यूअल फण्ड अच्छा है इसके बाद भी हमें डर लगा रहता है की इसमें Invest करे की नहीं कही हमारा पैसा इसमें डूब तो नहीं जायेगा | इस आर्टिकल में हम जानेंगे Mutual fund kya hai?Mutual fund काम कैसे करता है, Mutual funds में निवेश कैसे करे, SIP का सही तरीका |
तो आप इतना जान लीजिये की अगर आप Mutual fund की सबसे बुरी Scheme भी पकड़ लेते है और आप 7 से 8 वर्षो तक इनवेस्टेड रहते है तो 99% chance है की आपको BANK FD से तो अच्छा ही return मिलेगा यदि आप mutual fund का कोई अच्छा scheme चुन लेते है तो आपका return 20 से 25% भी हो सकता है | अगर आपके पास इतना समय नहीं है की आप share market में इन्वेस्ट करने के लिए stock की analysis कर सके तो आपके लिए निवेश करने के लिए mutual funds सही है जिसमे आप fund SIP कर सकते है |
Mutual fund kya hai? म्यूचुअल फ़ंड क्या है ?
Mutual fund kya hota hai?आसान शब्दों में कहे तो Mutual Fund ऐसी संस्था होती है जो कई लोगो के पैसे को इकठ्ठा करती है फिर उस पैसे का इस्तेमाल अलग- अलग कंपनी के शेयर खरीदने या Debentures में Invest करने में करती है और फिर उससे प्राप्त मुनाफे में कुछ प्रतिशत अपने पास रखती है और बचा मुनाफा उस म्यूच्यूअल फण्ड में निवेश करने वाले को दे देती है, बहुत से लोगो को लगता है की म्यूच्यूअल फंड्स से केवल शेयर बाजार में निवेश किया जा सकता है लेकिन आप Mutual Fund से Gold, Real estate, Debt fund, और Share Market या Equity में निवेश कर सकते है |
यदि आप ज्यादा रिस्क लेकर बेहतरीन मुनाफा चाहते है तो आप Equity या Stock market में पैसा लगाने वाले mutual funds में निवेश कर सकते है, म्यूच्यूअल फण्ड को अच्छे से समझने के लिए पहले आपको ये जानना चाहिए की शेयर मार्केट क्या है, और इस लिंक पर What is Mutual Fund In Hindi?का वीडियो भी देख सकते है |
शेयर बाजार में निवेश करने के तीन तरीके
- आप खुद से शेयर की रिसर्च करे और इन्वेस्ट करे पर इसके लिए आपके पास बहुत ज्यादा टाइम और स्टॉक मार्केट का knowledge होना चाहिए share की analysis करने के लिए तब जाकर कही आपको strong fundamental share मिलते है, बहुत से लोगे के पास इतना टाइम और knowledge दोनों नहीं होता की share analysis कर सके |
- दूसरा तरीका आप किसी research analyst या expert की मदद लेकर करते है जिसके लिए आपको ज्यादा फीस देनी पड़ती है पर इसमें expert आपको केवल शेयर के बारे में बताता है लेकिन शेयर को खरीदना बेचना आपको ही होता है, इसमें आपको stock की research खुद से नहीं करनी पड़ती इसके लिए आपको expert पर depend रहना पड़ता है |
- शेयर बाजार में निवेश करने का तीसरा तरीका mutual funds होता है |
Mutual Fund कैसे काम करता है?
इसके जरिये भी आप शेयर बाजार में पैसा लगाते है पर इसके लिए आपको regular share को ट्रैक करने की जरुरत नहीं होती, stock analysis के knowledge की जरुरत नहीं होती बस आपको एक अच्छा mutual fund चुनना होता है जहाँ आपको काम फीस में एक एक्सपर्ट मिलता जो आपके पैसो को मैनेज करता है | म्यूच्यूअल फंड्स का मुख्या उद्देश्य होता है शेयर बाजार में पैसे लगाना |
जैसे की मान लीजिये आपके पास इन्वेस्ट करने के लिए दस हजार रूपये है और आप MRF या shree cement company का शेयर खरीदना चाहते है तो MRF का एक शेयर 87000 के लगभग और shree cement का एक शेयर 24000 के लगभग है जिसके वजह से आपको किसी भी कंपनी का एक भी शेयर नहीं मिल सकता क्योकि आपके इन्वेस्टमेंट अमाउंट से MRF share price और shree cement share price ज्यादा है | इतने ही पैसे में दोनों कंपनियों के share पाने के लिए आपको जरुरत पड़ती है mutual funds की जहाँ पर आप इतने ही रूपये में कई कंपनियों के शेयर पा सकते है |
अगर आपके ही तरह कई लोग इन कंपनियों का शेयर खरीदना चाह रहे है पर कम पैसो के कारण नहीं खरीद पा रहे है तो यहाँ पर म्यूच्यूअल फण्ड सभी के पैसो को इकठ्ठा कर उस कंपनी के शेयर खरीद लेती है इसमें आपको कंपनी के शेयर मिलने के बजाय मिलता है आपको उस mutual fund का unit जिससे आप शेयर के CO – holder बन जाते है |
Mutual fund kya hota hai in Hindi?और इसमें निवेश कैसे करे
Mutual fund kya hota hai in hindi? Mutual Fund एक Fund Asset Management Company बनाता है जिसे AMC कहते है, वो AMC एक Fund को लांच करती है फिर लोगो से पैसा मांगती है और कहती है की हमने एक Multi cap Fund Launch किया है जिससे हम Large cap, Mid cap, Small cap कंपनियों में पैसा लगाएंगे और हमारे फला – फला नाम के एक्सपर्ट है जो आपके के पैसे को मैनेज करेंगे इनका ये ट्रैक रिकॉर्ड है और हम आपको विश्वास दिलाते है की आपको return अच्छा मिलेगा यदि हमारे scheme से जुड़ते है |
AUM क्या होता है
AUM का मतलब होता है Asset Under Management, जब कोई Mutual Fund AMC बहुत से लोगो से पैसा लेकर इक्कठा करती है तो जितना पैसा इकठ्ठा हुआ है उसे ही AUM कहा जाता है |
जैसे मान लीजिये कोई mutual fund 100 लोगो से 1000 – 1000 लेकर 1 लाख रूपये इकठ्ठा कर लिए अब 1 लाख ये AUM होगा | अब इसके लिए mutual fund एक मैनेजर रखेगा जो शेयर की एनालिसिस करके इन पैसो को कई हिस्सों में जैसे किसी शेयर में बीस हजार किसी में दस हजार किसी में पांच हजार ऐसे करके आपके 1 लाख को अलग – अलग जगह पर इन्वेस्ट कर देगा पर आपको शेयर नहीं मिलेगा बल्कि इसके बजाय मिलेंगे आपको उस म्यूच्यूअल फण्ड के यूनिट जिसे आप जब चाहे तब बेच सकते है और आपका पैसा आपके अकाउंट में 2 से 3 दिन में आ जायेगा |
Mutual Fund Unit क्या होता है?
म्यूचुअल फंड में विभिन्न निवेशकों से पैसा इकट्ठा किया जाता है और इस पैसे को शेयरों और बॉन्ड मार्केट में निवेश किया जाता है | निवेशक को उसके पैसे के लिए यूनिट आवंटित कर दिए जाते हैं | अब इन यूनिट के अनुपात में शेयर या बॉन्ड खरीदने-बेचने पर होने वाले मुनाफे को म्यूचुअल फंड हाउसेज Fund (unit) धारकों में बांट देते हैं | म्यूचुअल फंड धारकों को यह Dividend या लाभांश फंड पर होने वाले सभी खर्च जैसे AMC (Asset Management Company) शुल्क, एडमिन खर्च, एजेंट का कमीशन आदि निकाल कर दिया जाता है | किसी भी म्यूचुअल फंड के लिए यह जरूरी है कि वह अपना नाम भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (SEBI) में register कराए |
क्या है NAV निकालने का फॉर्मूला?
म्यूचुअल फंड्स (mutual fund) में निवेश करने से पहले आपको NAV (Net Asset Value) समझ लेना चाहिए क्योंकि NAV के आधार पर ही तय होगा कि आपको scheme की कितनी unit अलॉट होगी | NAV म्यूचुअल फंड unit की वैल्यू होती है | अर्थात एनएवी आपको किसी भी समय पर फंड की per unit value को बताती है | यानी किसी भी समय पर एक यूनिट की कीमत कितनी है, यही NAV है | प्रत्येक फंड की NAV ट्रेडिंग सेशन खत्म होने के बाद रोज एक बार अपडेट की जाती है | NAV निकालने का फॉर्मूला होता है-
NAV = (Value of asset – value of liabilities)/ Number of unit outstanding.
Expense ratio क्या है?
किसी म्यूच्यूअल फण्ड में अगर आप 500 रूपये लगा रहे है तो आपके 490-495 रू ही उस स्कीम में लगते है 5-10 रू फण्ड हाउस अपने पास रख लेती है एक्सपर्ट की सैलरी देने के लिए इसे ही कहते है एक्सपेंस रेश्यो | जिस म्यूच्यूअल फण्ड में expense ratio जितना कम हो उतना अच्छा है आपके लिए इससे पता चलता है की आपका fund manager आपसे कम से कम फीस ले रहा है |
What is Mutual Fund in Hindi?और इसके फायदे
आपका portfolio diversified हो जाता है, आपका निवेश अमाउंट कम होता है, कम पैसो में एक्सपर्ट मिल जाता है, यदि आप डायरेक्ट कोई एक्सपर्ट रखते है तो उसका फीस बहुत होता है पर म्यूच्यूअल फण्ड में कई लोगो का पैसा लगा होने के कारण एक्सपर्ट का फीस कई लोगो में बट जाता है | अगर एक बार पैसा लगा दिए तो आपका फण्ड मैनेजर उस पैसे से शेयर खरीदता बेचता रहेगा और आपको टेंशन लेने की जरुरत नहीं की कौन सा शेयर खरीदे या बेचे |
SIP kya hota hai?Mutual fund में SIP कैसे करे
आप एक बार बैंक से Monthly/Annual SIP मैंडेट सेट कर दीजिये जितना रू काटना हो तो अपने आप उतना रू कटता रहेगा और आप को बार- बार कुछ करने की जरुरत नहीं होगी | आप जब चाहे SIP को बढ़ा, घटा या रोक सकते है बिना किसी चार्ज के | मानलीजिए आपके अकाउंट में पैसा न होने के कारण यदि आपकी SIP बाउंस हो जाती है तो घबराने की जरुरत नहीं इसके लिए बस 5 – 10 रू का बैंक मैंडेट चार्ज लगता है |
म्यूचुअल फंड में निवेश दो तरीके से किया जा सकता है एक है कि आप किसी फंड में एक बार में (lump sum) पैसा लगा दें | दूसरा तरीका SIP का है SIP यानी (systematic investment plan) , इसमें रेग्युलर मंथली निवेश करना होता है | SIP के जरिए 100 रुपये से भी निवेश शुरू किया जा सकता है | यहां यह बात ध्यान देने वाली है कि long term के लिए SIP में निवेश करने से compounding का फायदा मिलता है | अगर fund का NAV लगातार बढ़ता है, तो SIP के बजाय एक बार में निवेश ज्यादा फायदा दे सकता है |
Mutual fund kya hota hai?और इसके नुकसान
म्यूच्यूअल फण्ड की लालच कई फण्ड हाउसेज को पैसे से मतलब होता परफॉरमेंस से नहीं जितना ज्यादा पैसे इन्वेस्ट होंगे फण्ड में उतने ज्यादा जगह वो पैसे लगा सकते है इसके लिए ये कई बार रिस्की शेयर में पैसे लगा देते है क्योंकि म्यूच्यूअल फण्ड investor के पैसो से हुए लाभ का 1-2% अपने पास रखती है |
म्यूच्यूअल फण्ड मैनेजर के हाथ में ये नहीं होता की कब पैसा इन्वेस्ट करना है या कब निकालना ये म्यूच्यूअल फण्ड में इन्वेस्ट करने वालो के हाथ में होता है यदि आप म्यूच्यूअल फण्ड को पैसे देंगे तो इन्वेस्ट करेगा लेकिन जब मार्केट क्रैश होता है तब लोग डर के कारण फण्ड से redemption (फण्ड यूनिट बेचना) करने लगते है जिससे फण्ड मैनेजर तो गिरावट में अच्छे स्टॉक तो खरीदना चाहता है पर लोगो के redemption कारण वो नहीं कर पाता और शेयर को घाटे में बेंच देता है और आपके पैसे को वापस करता है जिससे आपको और म्यूच्यूअल फण्ड दोनों का नुकसान होता है |
कई म्यूच्यूअल फण्ड में फण्ड मैनेजर को फण्ड हाउस द्वारा स्माल कैप और मिडकैप में निवेश करने पर restriction लगा दिया जाता है जिससे return कम मिलता है |
Mutual fund में निवेश क्यों करना चाहिए
अपने बच्चो के हायर एजुकेशन में होने वाले खर्च के लिए, बच्चो की शादी में होने वाले खर्च के लिए, आपके रिटायरमेंट प्लान के लिए आप mutual funds में SIP कर सकते है | लॉन्ग टर्म mutual funds में पैसा वही लगाए जो फण्ड शेयर बाजार में निवेश करती है न की कंपनी के debenture पर क्योकि NCD आपको नुकसान पंहुचा सकता है | क्योँकि इसमें कभी- कभी कर्ज में डूबी कंपनियों को mutual funds कर्ज के रूप में पैसा दे देते है |
Debenture क्या है?
एक डिबेंचर एक मध्यम अवधि से लम्बी अवधि ऋण प्रारूप है जिसका उपयोग बड़ी कंपनियां पैसे उधार लेने के लिए करती हैं। वे केवल general credit और issue करने वाले की प्रतिष्ठा द्वारा समर्थित हैं। डिबेंचर आमतौर पर ऐसे कर्ज होते हैं जो एक फिक्स्ड डेट पर चुकाने योग्य होते हैं, लेकिन कुछ डिबेंचर non-refundable securities हैं, जिसका अर्थ है कि उनके पास धन की एक्सपेक्टेड रिटर्न due डेट नहीं है। डिबेंचर दो प्रकार के होते है- 1. convertible debenture 2. nonconvertible debenture
Convertible Debenture
इस डिबेंचर को निर्धारित अवधि के बाद issuer company के Equity share में convert किया जा सकता है। ये partially convertible या fully convertible debentures हो सकते है |
Nonconvertible Debenture
ये रेगुलर डिबेंचर होता है जो इक्विटी शेयर परिवर्तित नहीं हो सकता | इस डिबेंचर में परिवर्तनीयता की सुविधा नहीं होती | nonconvertible debenture में convertible debenture की तुलना में ब्याज दर ज्यादा होता है |
Disclaimer
Mutual funds are subjected to market risk read all documents carefully before investment. The purpose of this article is not to compel anyone to invest, it is only for educational purpose.
म्यूच्यूअल फण्ड बाजार जोखिमों के अधीन है निवेश से पहले सभी दस्तावेजों को ध्यान से पढ़े | इस आर्टिकल का उद्देश्य किसी को निवेश के लिए बाध्य करना नहीं है यह केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है |
बहुत ही अच्छा ज्ञान आप लोगो को प्रदान कर रहे है