आप सभी शेयर मार्केट के बारे में तो सुने ही होंगे अपने दोस्तों से या न्यूज़ चैनल के माध्यम से सुने होंगे की शेयर मार्केट ऊपर उठा या नीचे गिरा, बहुत से लोगो ने कोविड के लॉकडाउन में इन्वेस्ट कर शेयर बाजार से खूब पैसा कमाया इसलिए अब लोगो को लगता है की Share Market कमाने का Second Source बन गया जिस वजह से बहुत से नए लोग शेयर बाजार में इन्वेस्ट कर रहे पर नए लोग इन्वेस्ट करने से पहले जाने शेयर मार्केट क्या है? (What is Share Market in Hindi)
शेयर बाजार में नुकसान से कैसे बचे, शेयर बाजार में सुरक्षित निवेश कैसे करे, अगर शेयर बाजार कमाई करवाता है तो नुकसान भी करवाता है, तो जाने शेयर मार्केट के फायदे एवं नुकसान, बहुत से लोग शेयर बाजार (Share Market in Hindi) को जुआ बोलते है, आपको क्या लगता है की क्या शेयर बाजार जुआ है? क्या आप जानते है की शेयर मार्केट क्या होता है? शेयर कैसे खरीदे जाते है अगर नहीं तो आइए विस्तार में जानते है की शेयर बाजार क्या है? (What is Share Market in Hindi)
शेयर मार्केट (Share Market in Hindi) दो शब्दों से मिलकर बना है (Share + Market = Share Market ) जहाँ शेयर का मतलब है हिस्सेदारी और मार्केट का मतलब बाजार जहाँ पर खरीद या बेच सके। अर्थात शेयर बाजार में लोग किसी लिस्टेड कंपनी में अपनी हिस्सेदारी खरीदते या बेचते है। यहाँ पर आप किसी भी शेयर मार्केट की लिस्टेड कंपनी में शेयर खरीद कर उस कंपनी के कुछ प्रतिशत के हिस्सेदार बन सकते है और जब उस शेयर का मूल्य महंगा हो तो उसे बेचकर मुनाफा कमा सकते है।
शेयर मार्केट (Share Market in Hindi) में दो तरह के बाजार बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE)। BSE या NSE में Share Market में शेयर खरीदने और बेचने के लिए आपको सबसे पहले Share Market के रजिस्टर्ड ब्रोकर के माध्यम से डीमैट अकाउंट खुलवाना अनिवार्य होता है क्योंकि आप डायरेक्ट किसी बैंक अकाउंट से शेयर मार्केट में ट्रेड नहीं कर सकते। यदि आपके पास डीमैट अकाउंट नहीं है तो आप ट्रेड नहीं कर सकेंगे। शेयर मार्केट में बॉन्ड, म्यूचुअल फंड और डेरिवेटिव का भी व्यापार होता है।
हर व्यक्ति का सपना होता की वह जिंदगी में इतना पैसा कमाए कि वह अपने सपने को पूरा कर सके इसलिए कोई जॉब करता है, कोई व्यापार करता है तो कोई शेयर मार्केट में पैसा इन्वेस्ट करता है। शेयर मार्केट में लोग पैसा इन्वेस्ट करके ज्यादा मुनाफा कमाना चाहते है, कुछ लोग यहाँ पर इतना मुनाफा कमाते है कि बहुत ही अमीर बन जाते है लेकिन कुछ लोग यहाँ अपने पुरे जीवन की जमा पूंजी गवां देते है।शेयर मार्केट में बड़े मुनाफे के उम्मीद के साथ घरेलू निवेशक (DII) के साथ – साथ विदेशी निवेशक (FII) भी निवेश करते है।
भारत में शेयर बाजार में ट्रेड करने का समय सुबह 9:15 से दोपहर 3 :30 बजे तक होता है। यहाँ सप्ताह में 5 दिन सोमवार से शुक्रवार ट्रेड होता है।
पहले शेयर बाजार (Share Market) में लोग इकट्ठा होकर एक दूसरे से मौखिक रूप से मोलभाव कर बोली लगाते थे और शेयर खरीदते और बेचते थे। परन्तु अब ऐसा नहीं है अब यहाँ सारा लेन-देन स्टॉक एक्सचेंज के नेटवर्क से जुड़े कंप्यूटरों के जरिये होता है। इंटरनेट पर भी यह सुविधा मिलती है। आज के समय में बहुत से रजिस्टर्ड ब्रोकर के एप्स और वेबसाइट है जहाँ आपको सबसे पहले किसी ब्रोकर की मदद से डीमैट अकाउंट खुलवा सकते है। इसके बाद आप डीमैट अकाउंट को अपने बैंक अकाउंट से लिंक कर सकते है।
तब बैंक अकाउंट से आप अपने डीमैट अकाउंट में फंड ट्रांसफर कर सकते है और ब्रोकर की वेबसाइट या एप्प के माध्यम से खुद लॉग इन कर या उसे आर्डर देकर किसी कंपनी के शेयर खरीद सकते है। इसके बाद वह शेयर आपके डीमैट अकाउंट में ट्रांसफर हो जाएगा।और आप जब चाहें उसे किसी वर्किंग डे में ब्रोकर के माध्यम से ही बेच सकते हैं।आज स्थिति है कि खरीदने-बेचने वाले एक-दूसरे को जान भी नहीं पाते। आप किसी बैंक में भी जाकर डीमैट अकाउंट खुलवा सकते है।
शेयर मार्केट में नुकसान से कैसे बचें ?
शेयर मार्केट (What is Share Market in Hindi) एक बहुत ही जोखिम भरा बाजार इसलिए सबसे पहले आपको पैसा इन्वेस्ट करने से पहले Market की गतिविधियों को समझना चाहिए। सभी लोग को अमीर बनने का सौक होता है इसलिए कुछ लोग सोचते है की शेयर मार्केट में पैसा लगाएंगे और जल्द से अमीर बन जायेंगे इसलिए वो खुद की Analysis किये बिना किसी गलत कंपनी के शेयर पर पैसा लगा देते है और नुकसान उठा बैठते है।
शेयर मार्केट कैसे सीखे?
आपको पहले शेयर मार्किट के बेसिक को सीखना चाहिए। कंपनी के बारे में खुद की रिसर्च करें की कंपनी के ऊपर कितना कर्ज है और वो अपना कर्ज कम कर रही है कि नहीं, और कर्ज लिया हुआ पैसा कंपनी के ग्रोथ के लिए इन्वेस्ट कर है या किसी और क्षेत्र में, कंपनी जो प्रोडक्ट बनाती है उसकी मार्केट में डिमांड क्या है, मार्केट कैप कितना है, मार्केट कैप रैंक क्या है, कंपनी फायदे में चल रही है घाटे में।आपको उसके बैलेंस शीट और कैश फ्लो का Analysis करना चाहिए। मार्केट में कंपनी के लिए पॉजिटिव या निगेटिव न्यूज़ क्या है ये सब देखकर ही आपको पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए।
ये पता करने के लिए आप किसी भरोसेमंद बिजनेस न्यूज़ पेपर (Money Control, Economics Times and Investing.com etc.) और बिजनेस न्यूज़ चैनेल को देख सकते है। किसी शेयर मार्केट एक्सपर्ट की सलाह पर नहीं अपनी analysis करने के बाद ही इन्वेस्ट करे। शेयर मार्केट में ट्रेडिंग Emotional होकर नहीं करनी चाहिए यहां पर धैर्य बनाकर रखना होता है।
यहां पर लॉन्ग टर्म गोल सेट करके चलेंगे तभी मुनाफा कमा सकेंगे। इसलिए यहाँ पर आपको बहुत ही संभलकर पैसा इन्वेस्ट करना चाहिए, यदि आपकी आर्थिक स्थिति ठीक है तभी यहां इन्वेस्ट करे, और आप उतना ही पैसा इन्वेस्ट करे की अगर आप कोई शेयर खरीदे और खरीदने के बाद शेयर का भाव ज्यादा दिनों तक नीचे गिर जाये तो आप उसे होल्ड कर सके और भाव के ऊपर आने तक का इंतजार कर नुकसान से बच सकें।
कभी भी एक ही कंपनी के शेयर में इन्वेस्टमेंट न करे और अपने पोर्टफोलियो में अलग अलग कैटेगरी के शेयर रखे जिससे नुकसान होने का रिस्क कम हो जाता है। हमेशा Quality शेयर में ही इन्वेस्ट करे यानि अच्छी कंपनी के शेयर खरीदे। यहाँ थोड़ा थोड़ा इन्वेस्टमेंट करके एक्सपीरियंस ले उसके बाद ही बड़ा इन्वेस्टमेंट करे।
शेयर मार्केट BSE/NSE में कैसे लिस्ट होती है कम्पनिया?
शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार में बहुत से नियम और बाजार के कानून पर लिखित हस्ताक्षर कर समझौता करना पड़ता है। इसके बाद कंपनी SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है। SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है।
इसके बाद कंपनी अपनी हर गतिविधि जैसे Balance Sheet, Cash Flow इत्यादि की जानकारी शेयर बाजार (Share Market) को समय-समय पर देती रहती है। इसमें खास तौर पर ऐसी जानकारियां शामिल होती हैं, जिससे निवेशकों के हित प्रभावित होते हैं।
कंपनी हर तिमाही, छमाही या सालाना मुनाफे पर कंपनी के शेयर होल्डर को लाभांश देती है, जिसकी जानकारी SEBI, BSE या NSE की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध होती है।
शेयर मार्केट (Share Market in Hindi) में किसी कंपनी की लिस्टिंग और डिलिस्टिंग SEBI के अनुमति के बाद ही होती है, SEBI के लिस्ट करने के बाद ही कंपनियां अपना IPO ला सकती है।
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SEBI क्या है?
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) की स्थापना भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड अधिनियम, 1992 के प्रावधानों के अनुसार 12 अप्रैल, 1992 को हुई थी । इसका मुख्य उद्देश्य है कि प्रतिभूतियों (Securities) में निवेश करने वाले निवेशकों के हितों का संरक्षण करना, प्रतिभूति बाजार (Securities Market) के विकास का उन्नयन करना तथा उसे रेगुलेट करना और उससे संबंधित या उसके आनुषंगिक विषयों का प्रावधान करना। शेयर मार्केट(What is share market in Hindi) में कंपनियों को लिस्ट होने के लिए SEBI की अनुमति जरूरी होता है।
शेयर मार्केट कैसे घटता बढ़ता है?
जब शेयर मार्केट में किसी कंपनी के शेयर पर खरीदार (Buyer) सक्रिय हो जाते है तो Demand बढ़ जाती है जिससे शेयर का भाव बढ़ जाता है।
जब शेयर मार्केट (What is share market in Hindi) में किसी कंपनी के शेयर पर बिकवलिये (Seller ) सक्रिय हो जाते है तो Supply बढ़ जाती है जिससे शेयर का भाव घट जाता है। ऐसा इसलिए होता है मार्किट किसी नकारात्मक न्यूज़ की वजह से लगता है की शेयर का भाव गिरने वाला है तो लोग शेयर भारी मात्रा में बेचने लगते है जिससे भाव गिर जाता है। यदि सकारात्मक न्यूज़ हुई तो शेयर लोग ज्यादा खरीदने लगते है जिससे डिमांड बढ़ जाती है और शेयर का भाव भी बढ़ जाता है।
किसी कंपनी के परफॉरमेंस, इन्वेस्टमेंट, ऑर्डर मिलने या छिन जाने, मुनाफा बढ़ने या घटने जैसी जानकारियों के आधार पर उस कंपनी का मूल्यांकन होता है। क्योकि लिस्टेड कम्पनिया रोज कारोबार करती रहती है और उसकी स्थितियों में रोज कुछ न कुछ बदलाव होता है, इसके आधार पर मांग घटने-बढ़ने से उसके शेयरों की कीमतों में उतार-चढाव आता रहता है।
उदाहरण
जैसे टाटा मोटर्स ने अपनी वित्तीय परिणाम की घोषणा की और उसकी शुद्धलाभ का मार्जिन करीब 80 % बढ़ जाती है। ये नतीजा बहुत अच्छा है। तो लोगो को लगता है इसके नतीजे अच्छे है इसलिए इसमें इन्वेस्ट करना चाहिए, यदि टाटा मोटर्स के शेयर का भाव अभी 300 रूपये है और आप 300 रूपये पर Bid लगाएंगे तो आपको उस समय कोई शेयर नहीं बेचेगा क्योकि लोगो को पता है की अभी इसका भाव बढ़ेगा ऐसे में यदि आपने Bid बढाकर 310 रूपये कर दिया फिर भी कोई आपको नहीं बेच रहा क्योकि डिमांड ज्यादा है और सप्लाई कम इसलिए शेयर का भाव 310 से 315 रूपये हो गया।
इसी प्रकार यदि कंपनी का परफॉर्मेंस अच्छा नहीं है तो लोगो को लगता की शेयर का भाव नीचे गिरेगा जिससे सप्लाई बढ़ जाती है और डिमांड कम हो जाता है और शेयर का भाव गिर जाता है।
शेयर मार्केट में Resistance Level क्या होता है?
किसी शेयर के प्राइस चार्ट में जिस पॉइंट पर मूल्य अधिकतम जाकर नीचे की ओर बढ़े उस पॉइंट को Resistance Level कहते है।इस पॉइंट पर Buyer के मुकाबले Seller की संख्या ज्यादा होने लगती है।और शेयर का भाव गिरने की सम्भावना होती है।
शेयर मार्केट में Support Level क्या होता है?
किसी शेयर के प्राइस चार्ट में जिस पॉइंट पर मूल्य न्यूनतम जाकर ऊपर की ओर बढ़े उस पॉइंट को Support Level कहते है। इस पॉइंट पर Seller के मुकाबले Buyer की संख्या ज्यादा होने लगती है। और शेयर का भाव ऊपर बढ़ने की सम्भावना होती है। यदि शेयर का मूल्य Support Level पर या इसके ऊपर है तो आपको Strict Stop Loss के साथ लॉन्ग पोजीशन लेनी चाहिए।
Stop Loss लगाते समय Trigger Price और Limit Price में अंतर ज्यादा होना चाहिए।
शेयर मार्केट में Breakout क्या होता है?
जब मूल्य (Price) Resistance Level के ऊपर चला जाता है तो यह Breakout कहलाता है। Breakout के बाद Resistance ही Support बन जाता है। Breakout पर शेयर खरीदना अच्छी ट्रेडिंग होता है।
शेयर मार्केट में Breakdown क्या होता है?
जब मूल्य (Price) Support Level के नीचे चला जाता है तो यह Breakdown कहलाता है। Breakdown के बाद Support ही Resistance बन जाता है। Breakdown में शेयर बेचना चाहिए।
शेयर मार्केट का गणित
यदि आप शेयर मार्केट में काफी दिनों से एक्टिव तब ऐसे में आपको Share Market के बारे पता होगा अगर नहीं तो आइये शेयर मार्केट के कुछ पॉइंट्स जानते है (What is Share Market in Hindi)
- शेयर मार्किट हमें जितना आसान लगता है उतना आसान होता नहीं क्योकि मार्केट के बड़े ट्रेडर इसे अपने तरीके से चलाते है और शेयर का भाव घटाते या बढ़ाते रहते है।
- यहाँ पर चाहे आप Penny Stock में इन्वेस्ट करते है या Quality Stock में आपको उसकी फंडामेंटल एनालिसिस जरूर करनी चाहिए।
- आपको को कंपनी के बैलेंस शीट को पढ़ना चाहिए। और उसके प्रमोटर्स के शेयर होल्डिंग कितनी है ये देखना चाहिए अगर प्रमोटर होल्डिंग बढ़ा रहा है तो ये अच्छा संकेत है। कंपनी की Sales Growth क्या है।
- शेयर का RSI देखना चाहिए इससे Overbought और Oversold का पता चलता है।
- शेयर खरीदते या बेचते समय Moving Average, RSI, Bollinger Band, ROCE, ROE, P/E Ratio, EPS इत्यादि को देखना चाहिए।
- किसी की नकल करके ट्रेड नहीं करना चाहिए इससे आपको नुकसान भी हो सकता है।
- किसी भी शेयर को खरीदने से पहले उसके बारे में अच्छे से जानकारी इकट्ठा करे।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल के माध्यम से आपने जाना की शेयर बाजार क्या है? (What is Share Market in Hindi) यदि आप Share Market में सावधानी से और शेयर बाजार के बारीकियों को सीखकर निवेश करते है तो आप शेयर मार्केट से अच्छा पैसा कमा सकते है लेकिन यदि आपने केवल दूसरो को देखकर बिना शेयर के एनालिसिस के निवेश कर दिया तो आपको शेयर बाजार में भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है।
और आपने जाना शेयर बाजार में नुकसान से कैसे बचे, शेयर बाजार में सुरक्षित निवेश कैसे करे, शेयर मार्केट के फायदे एवं नुकसान, शेयर मार्केट क्या होता है? शेयर कैसे खरीदे जाते है, क्या शेयर बाजार जुआ है? अगर आप शेयर बाजार को जुए का खेल समझकर निवेश करेंगे तो वो जुआ ही है जहाँ आप कमा भी सकते है और सारी कमाई गवाँ भी सकते है, लेकिन आप इसे सीखकर निवेश करेंगे तो आपको नुकसान नहीं होगा,
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Well knowledge !! well done