नमस्कार दोस्तों इस आर्टिकल में आप कृतिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence (AI) in Hindi ) के बारे में जानेगे.हम सबको को यह पता है,कि इस पृथ्वी पर सबसे ज्यादा होशियार (Intelligence) मनुष्य ही है.और मनुष्यों की इसी होशियारी या बुद्धिमत्ता ने ही Human Civilization यानि की मानव सभ्यता की स्थापना में बहुत बड़ा योगदान दिया है.
हमने आज के समय में Technology के क्षेत्र में जितना भी विकास किया है.उसमे इंसानी दिमाग (Human Brain) का बहुत बड़ा योगदान है.और इसी Human Brain के दम पर आज इंसानों ने एक से बढ़कर एक आविष्कार (Inovation) कर लिया है.
आज आप Artificial Intelligence (AI) क्या है.इसके बारे में जानने वाले है,तो Artificial Intelligence मूल रूप से Computer Science की एक शाखा है.जिसका मुख्य उदेश्य है मशीनों को Machine Learning के जरिये Intelligenant बनाना.ताकि वो मनुष्यों की तरह काम कर सके,सोच सके और फैसले (Decision) भी लेने में सक्षम हो.तो चलिए शुरू करते है Artificial Intelligence (AI) in hindi?

Artificial Intelligence (AI) in Hindi?
Artificial Intelligence का नाम सुनते ही सबसे पहले हमारे दिमाग में आता है रोबोट (Robot).लेकिन Artificial Intelligence (AI) सिर्फ रोबोट तक ही सीमित नही है.बल्कि हमारी दैनिक जीवन (Daily Life) में भी घुस चुकी है.
चाहे Google Map का हमें कम ट्रैफिक वाला रास्ता बताना हो या Google Assistant और Siri का हमारे अलग-अलग सवालों का जवाब देना हो,गाडियों का बिना ड्राईवर का चलना हो,Amezon का हमारी पसंद का कपड़े दिखाना हो.ये सब Artificial Intelligence (AI) का ही कमाल है. Artificial Intelligence (AI) यानि ऐसी बुद्धि जो इंसान द्वारा बनाई गयी हो.जैसे हमारे अन्दर एक बुद्धि होती है.जिसके जरिये हम नयी-नयी चीजों को सीखते है या समझते है.और परेशानियों में हम बुद्धि के बल पर ही समस्याओ का हल निकाल पाते है.उसी तरह से मशीनो को भी Intelligence बनाया जा सकता है,ताकि उनके पास खुद का अपना दिमाग हो और वो हमारी बातों को समझ सके.और आस-पास क्या चल रहा है उसे समझ सके और उनको सिख भी सके.
Artificial Intelligence (AI) का इतिहास
कई शोध के बाद अनत्तः इस बात की पुष्टि हो गयी है कि Artificial Intelligence (AI) की नीव John McCarthy जो को एक American scientist और cognitive scientist थे. ने ही 1955 में Alan Turing, Marvin Minsky, Allen Newell, and Herbert A. Simon के साथ मिल कर रखी थी.
AI Past Development
ImageNet Project
तो चलिए चलते है 2007 में Princeton University के Proffesor Kai-Li के पास जिन्होंने ImageNet प्रोजेक्ट को Launch किया था.जिसमे उन्हों ने इन्टरनेट पर मौजूद तस्वीरों पर Machine Learning का इस्तेमाल किया.जिसकी मदद से कंप्यूटर internet पर मौजूद तस्वीरों के माध्यम से Objects (वस्तु) की पहचान करने लगे.इसमें उन्हों ने लगभग 1 billion तस्वीरों का इस्तेमाल किया था.
उस समय के Engineers और AI Developers का मानना था की मशीने भले ही इंसानों से बहुत ज्यादा स्मार्ट है पर आज भी अंधी है.जिसका मतलब मशीने देख नही सकती.यानि कि तस्वीरों में कोई फर्क नही बता सकती.जैसे की हम इंसान तस्वीर देख कर बात सकते है कि इस तस्वीर में क्या हो रहा और दूसरी तस्वीर में क्या हो रहा है.
2015 के एक Talks Show में Proffesor Kai-Li ने ये example किया की उन्होंने बीते 8 सालों में अपनी ImageNet प्रोजेक्ट में काफी ज्यादा Improvement कर लिया है.जैसे की अब सिर्फ Objects को मशीने पहचान ही नही बल्कि उनमें में अंतर को भी बता सकती है.और इसका उन्होंने वहा पर डेमो भी दिया था.
Humanoid Robot (Sophia)
सोफिया Honkong Based Company Hanson Robotics के द्वारा विकसित एक सामाजिक Humanoid रोबोट है.जो पहली बार 14 feb 2016 को सक्रीय हुई.यह एक ऐसी Humanoid Robot है जो 60 से ज्यादा facial expressions (चेहरे के भाव) को दे सकती है.और इसका इंटरव्यू भी लिया जा चूका है.सोफिया पहली ऐसी Humanoid Robot है जिसे नागरिकता भी मिल चुकी है.सोफिया को Saudi Arabia ने Oct-2017 में नागरिकता दी थी.और सोफ़िया अपने आस-पास हो रही हरकतों से भी सिखने में सक्षम है.और यह बात करते समय आपके भाव को समझ कर अपने भाव को भी प्रकट करती है.

वही 2017 में Google ने अपने I-O इवेंट जिसमे वे अपने Technology का डेमो दिखाते है.उसमे उन्हों ने बताया की,उनका Google Assistant आवाज पहचानने के मामले में हर रोज develop हो रहा है.2016 के डाटा के मुताबित Google Assistant के speech error को 8.5 प्रतिशत से घटा कर 4.9 प्रतिशत कर लिया गया था.तो आप इस बात का अंदाजा लगा ही सकते है की आज उस error को कितना घटा लिया गया होगा.अगर आप इस समय Google Assistant से कुछ भी पूछते हो और आप का pronunciation थोडा बहुत इधर-उधर हो जाता है.फिर भी Google Assistant ये समझ जाती है.की आप क्या पूछना चाहते हो.
Google के CEO सुन्दर पिचाई ने 2017 के ही I-O इवेंट में sensor processing unit 2.0 जिसका मतलब TPU 2.0 के बारे में बताया जोकि machine learning के लिए बनाई गयी एक चिप है.और इसे Google अपने लिए इस्तेमाल करता है.हालांकि Google ने 2018 में TPU 3.0 को बना लिया जिसकी स्पीड 2.0 से 8 गुना ज्यादा पॉवरफुल है और 100 PETAFLOPS की speed देता है. PETAFLOPS किसी कंप्यूटर के task perform करने की speed को बताता है.
Intuitive AI क्या है?
मार्च 2017 की बात है Mourice Conti ने दुनिया को Intuitive AI के बारे में बताया जो Human Creativity के हिसाब से बेहतर design बनाने में सक्षम था.और यह आज के मौजूदा कई design समस्याओ को हल करता है.और Intuitive AI drone से लेकर airoplane तक के नए design को बना सकता है.
यह तो सही है की मशीन इंसानों से अच्छा जवाब दे सकती है.लेकिन इनकी समझ इंसानों से अच्छी नही हो सकती.लेकिन हमने पिछले 10 सालों में AI को एक नयी दिशा दे दी है.और हम हर साल AI के लिए Most Powerful processing चिप बनाना बंद नही करने वाले.
Neuralink और Open AI क्या है?
आपने तो Elon Musk के बारे में सुना ही होगा.Neuralink और Open AI दोनों ही उनकी Non-Profitable कम्पनी है,जो Science और Technology पर खोज के लिए बनायीं गयी है.
1.Open AI
ये वो कम्पनी है जो दुनिया के लिए Safe और Friendly AI gadgets बनाने पर काम कर रही है.
2.Neuralink
Elon Musk का मानना है की future में हम इंसान मशीनों से कमज़ोर हो जायेंगे.क्योकि Human Brain का evaluation धीरे काम करता है.तो हमे ऐसी कोई technology चाहिये जो AI पर control रख सके.और इसी दिशा में Neuralink काम कर रही है.
Artificial Intelligence (AI) के लक्ष्य
जैसा की हम सब ये जानते है.कि दुनिया में सबसे ज्यादा शक्तिशाली तकनीकी कोई है तो वह है Artificial Intelligence (AI) और यह सबसे तेजी से बढती तकनीकी (fast growing technology) है. Artificial Intelligence (AI) एक तरह की कृतिम चेतना (Artificial Consciousness) है.जो मानव निर्देशों पर कार्य करती है.
भले ही Artificial Intelligence (AI) इंसानों के द्वारा विकसित की गयी तकनीकी है.लेकिन इसके बावजूद भी यह इंसानों से बेहतर,कम समय और कम खर्चे में काम करती है.और यही वजह की आज Industries Artificial Intelligence (AI) का बहुत ही ज्यादा इस्तेमाल कर रही है.आगे इसे और भी बड़े पैमाने पर विकसित करने पर भी विचार कर रही है.
और हमारा भविष्य आगे चलकर नही Artificial Intelligence (AI) पर निर्भर होने वाला है.और ऐसे भी कयास लागए जा रहे है की इसका मानव जीवन पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ने वाला है.तो चलिए आपको Artificial Intelligence (AI) के लक्ष्यों के बारे में बताते है.
1.निर्णय लेने की शक्ति को बढाना (Increase Decision Making Power)
Artificial Intelligence (AI) का प्रमुख लक्ष्य है.मशीनों की Decision Making क्षमता को बढना,ताकि मशीने इंसानों की तरह सोच सके और अपने हिसाब से फैसले ले सके जो उचित हो.और इसमें हमे काफी हद तक सफलता भी मिल चुकी है,ऐसा मै इसलिए कह रहा की,अभी आपने ऊपर Female Humanoid AI Robot (Sophia) के बारे में पड़ा होगा.जोकि इसी दिशा में एक बड़ी उपलब्धि थी.
क्योकि इसके पास काफी हद तक Decision Making क्षमता है.क्योकि वह आपके सवालों के जवाब भी अपनी सोच और समझ से देने में सक्षम है.और ऐसे ही AI के बहुत से उदाहरण है जो हमारी निजी जिन्दगी तक पहुच चुके है.जैसे SIRI,Google Assistant इत्यादि smartphones के माध्यम से हम तक पहुच चुके है.
2.कार्य कुशलता (Efficient Work)
जैसा की आप सब जानते है,हम मनुष्य काम करने में बहुत ही आलसी है.और यही कारण है जिसके वजह से हम अपने कार्य में बहुत ही गलतिया करते है.ऐसी ही छोटी-छोटी इंसानी आदतों को ध्यान में रखते हुए.AI Researchers इस दिशा में काफी तेजी से कार्य कर रहे है.की मशीनो को इतना ज्यादा विकसित कर लिया जाये की वो किसी भी कार्य को कम से कम (Minimum Faults) के साथ तेजी से करने मे सक्षम हो.
3.समय की बचत (Time Saving)
यह तो जग जाहिर है कि Artificial Intelligence (AI) इंसानों से तेज और बेहतर तरीके से काम कर सकती है.क्योकि यह एक प्रकार की machine है.तो इसके थकने और रुकने की भी कोई समस्या नही है.जैसे की हम इंसानों को कुछ समय के कार्य के बाद आराम चाहिये होता है.यदि ये आराम हमे ना मिले तो हम काम में गलतिया करना शरू कर देते है.ऐसा हम जान बुझ कर नही करते है यह थकान की वजह से हो जाती है.लेकिन मशीनो के साथ ऐसा नही है,क्योकि यह बिना थके,रुके काम को बेहतर तरीके से काफी कम समय में कर सकती है.
Artificial Intelligence (AI) Example in Hindi (AI के उदहारण)
आज की technology में Artificial Intelligence (AI) बहुत ही चर्चित विषय है.और बहुत सारे technology के विशेषज्ञों और Industriese के जानकारों मानना है की Artificial Intelligence (AI) ही हमारा भविष्य होने वाला है.
Artificial Intelligence (AI) भविष्य ही नहीं बल्कि हमारा वर्तामान भी बन चुकी है.क्योकि आप अपने आस-पास ऐसी बहुत सी डिवाइस को देख सकते है जो Artificial Intelligence (AI) का इस्तेमाल कर रही है.तो चलिए आज आपको हम Artificial Intelligence (AI) से जुड़े कुछ उदहारण (Example) के बारे में बताते है.
1.Google Assistant
यदि आप smartphones का इस्तेमाल करते है और वह Android-Based है तो आप जरुर से Google Assistant के बारे में जानते होंगे और शायद उसका इस्तेमाल भी किया हो.Google Assistant एक तरह का Personal Assistant ही है.और Artificial Intelligence (AI) का एक बहुत ही बढ़िया example है.हम इससे कोई भी सवाल पूछ सकते है और यह हमें लगभग हर बार सही जवाब देती है.और यह आप के निर्देशो पर भी कार्य करती है.जैसे की आपके कहने पर गाने को चलाना,आपके लिए फोन कॉल को लगाना और आपके के द्वारा पूछे गये सवालों के लिए जवाब खोज कर लाना.यह सब Artificial Intelligence (AI) का ही कमाल है.
2.Tesla
Artificial Intelligence (AI) smartphones तक ही सीमित नही है.बल्कि यह Automobile तक पहुच चूका है.यदि आप कार के बारे में जानकारी रखते है तो आप Tesla के बारे में जरुर जानते होंगे.Tesla एक Eelctric Vehicle और Clean Energy बनाने वाली American Company है.दुनिया में मौजूद Electrical Vehicle बनाने वाली कंपनियों में यह सबसे बेहतर कम्पनी है.Tesla ने Self-Driven (बिना ड्राईवर के चलने वाली) कार बना ली है.और ऐसी ही ना जाने कितनी कम्पनिया Self Driven कार बना रही है.तो देखते है,आने वाले समय में हमारे जीवन को ये Smarts कारे कितना पप्रभावित करती है.
3.Nest
अगर Nest के बारे में बात की जाये तो यह एक बहुत ही प्रसिद्ध Artificial Intelligence (AI) Startup था.जिसे Google ने 2014 में खरीद लिया.Nest learning thermostat हमारे व्यवहार और Schedual के आधार पर energy को बचाता है.ऐसा यह behavioral algorithm का ऊपयोग करके करता है.Nest की इतनी बेहतरीन Intelligence है की यह आपके लिए उपयोगी ताप का सिर्फ एक ही हप्ते में पता लगा लेती है.और यदि घर में कोई ना हो तो यह अपने आप ही घर की सारी लाइट्स और उपकरण को बंद कर देती है.ताकि उर्जा को बचाया जा सके.
4.Google Map
अभी आपने Google के द्वारा बनाये गये Google Assistant के लिए Artificial Intelligence (AI) के इस्तेमाल के बारे में जाना.वैसे तो Google कई क्षेत्र में Artificial Intelligence (AI) का इस्तेमाल करता है.लेकिन Artificial Intelligence (AI) का इस्तेमाल Google ने Google Map में बहुत बेहतरीन तरीके से किया है.यहाँ पर Google Map Gaint’s Technology का ऊपयोग कर हमारे लिए कम ट्रैफिक वाली सड़क को alogrithom के माध्यम से Scan कर Mapping करता है.और हमे सही के साथ-साथ कम ट्रैफिक वाला रास्ता बताता है.जिसके वजह से हमारा समय भी बचता है और यात्रा सुखद और काम खर्च वाली भी बन जाती है.
Types of Artificial Intelligence in Hindi (AI के प्रकार)
Technology के इस दौर में Artificial Intelligence (AI) बहुत ही तेजी के साथ सभी औद्योगिक क्षेत्र में हावी हो रही है.इसका सबसे मुख्य कारण है मशीनो का इंसानों की तुलना में अधिक प्रभावी तरीके से काम को करना.वो दिन बहुत दूर नही जब हम Hollywood Movies की तरह Robots का दबदबा पूरी दुनिया पर देखेंगे.
Artificial Intelligence (AI) या Machine learning को कई भागों में बाटा गया है.लेकिन उनमे से दो सबसे मुख्य है.
Type 1
1.Weak AI
2.Strong AI
Type 2
1.Reactive Machines
2.Limited Memory
3.Theory of Mind
4.Self Awareness
Type 1
1.Weak Artificial Intelligence (AI)
Weak Artificial Intelligence (AI) (कमज़ोर बुद्धिमत्ता) को Narrow Artificial Intelligence (AI) के नाम से भी जाना जाता है.क्योकि यह सिर्फ छोटे कार्यो पर केंद्रित रहती है.Weak AI हम उन मशीनो को कहते है.जो सिर्फ एक निर्धारित कार्य को निर्धारित तरीके से ही कर सकती है.यानि इनमे अपनी कोई समझ नही होती है,अगर इन्हें जो कार्य दिया गया है.उसे करने में किसी भी तरह की कोई समस्या उत्पन होती है.तो ये उसे हल नही कर सकती.बल्कि ऐसी मशीन खुद ब खुद रुक जाएँगी या उस कार्य में किसी भी तरह त्रुटी कर देंगी.इस प्रकार की AI मशीनो में पहले से ही एक Task का program फीड रहता है.और ये machine उस कार्य को इसी प्रोगाम द्वारा दिए गये निर्देश पर कार्य करती है.ये मशीने अपना कार्य करने में बहुत ज्यादा स्मार्ट भी नही होती है.और Apple की siri weak AI का बहुत बढ़िया example है.
1.Strong Artificial Intelligence (AI)
Strong Artificial Intelligence (AI) को General Artificial Intelligence (AI) भी कहा जाता है.इस प्रकार की Artificial Intelligence (AI) का ऊपयोग ऐसी मशीनो के निर्माण में किया जाता है.जो मनुष्यों की तरह सोच सके और अपने आप से सही गलत के फैसले लेने तक में सक्षम हो.अभी इस तरह की AI का कोई ठोस example उपलब्ध नही है.लेकिन आप Humanoid Robot Sophia को इसकी तरफ एक बड़ा कदम मान सकते है.लेकिन कुछ कम्पनिया इस प्रकार की Artificial Intelligence (AI) के विकास के बहुत नजदीक तक पहुच गयी है.
Type 2
1.Reactive Machines
Reactive Machine का एक बहुत अच्छा example है.IBM के द्वारा बनाया गया Deep Blue रोबोट ने सतरंज के बादशाह Master Kasparov को सन 1990 में सतरंज में हरा दिया था.और वह रोबोट एक Rective Machine ही था.इस प्रकार की मशीनो के पास किसी भी तरह की कोई Memory Store की क्षमता नही होती है.इसिलिये ये अपने Past Expirence के आधार पर कोई कार्य नही कर सकती.यह केवल वर्त्तमान में अपने प्रतिद्वंदी के चाल को देख कर उस पर सिर्फ React कर सकती है.
2.Limited Memory
Limited Memory ऐसे AI सिस्टम होते है.जो अपने पुराने अनुभव (Past Expirence) से सिख लेते है.और उसका इस्तेमाल भविष्य के कामो में फैसला (Decision) लेन में करते है.इसी प्रकार के festures का इस्तेमाल Self-Driving कार में किया गया है.
3.Theory of Mind
Theory of Mind AI की वह शाखा जो लोगों के Emotions, Thoughts, Belives, Expectations के आधार पर ऐसी AI मशीन को बनाती है.जो लोगो से सामाजिक तौर पर बातचीत करने में सक्षम हो.लेकिन अभी तक इस क्षेत्र में कोई भी बड़ी सफलता हाथ नही लगी है.
4.Self Awareness
Self Awareness ऐसी Artificial Intelligence (AI) है,जिसके पास खुद की चेतना (Consciousness) ,आत्म जागरूकता (Self Awareness) और Sper Intelligence होती है.आप इसे आसान भाषा में एक इंसान कह सकते है.लेकिन अभी इस तरह का कोई भी रोबोट उपलब्ध नही है.अगर Future में ऐसा होता है तो यह एक बहुत बड़ा कीर्तिमान होगा AI के क्षेत्र में.
Artificial Intelligence (AI) के Applcations
Artificial Intelligence (AI) बहुत ही महत्वपूर्ण क्षेत्र है,जो आज के समय में मनोरजंन, शिक्षा, स्वास्थ्य, वाणिज्य, परिवहन और उपयोगिताओं में कठिन मुद्दों को हल करने में मदद कर सकता है। AI के Applications को मुख्यतः पांच भागों में विभाजित किया जा सकता है.
(i)Knowledge
दुनिया के बारे में जानकारी प्रस्तुत करने की क्षमता । जैसे वित्तीय बाजार व्यापार, खरीद भविष्यवाणी, धोखाधड़ी की रोकथाम, दवा निर्माण, चिकित्सा निदान इत्यादि।
(ii)Reasoning
Logic deduction के माध्यम से समस्याओं का हल करने की क्षमता। जैसे वित्तीय परिसम्पत्ति प्रबन्धन, कानूनी मूल्यांकन, वितीय अनुप्रयोग प्रसंस्करण, खेल इत्यादि।
(iii)Commnucation
बोले जाने वाली और लिखित भाषा को समझने की क्षमता । जैसे बोले जाने वाली और लिखित भाषाओं का वास्तविक समय अनुवाद, वास्तविक समय प्रतिलेखन, आवाज नियंत्रण इत्यादि।
(iv)Planning
लक्ष्य निर्धारित करने और प्राप्त करने की क्षमता। जैसे inventory management, भाग पूर्वानुमान, भौतिक और डिजिटल नेटवर्क अनुकूलन, नेविगेशन इत्यादि।
(v)Perception
ध्वनियों, छवि और अन्य संवेदी स्थानांतरण के माध्यम से दुनिया के बारे में अनुमान लगाने की क्षमता। जैसे चिकित्सा निदान, स्वायत्त वाहन, निगरानी इत्यादि।
Human Intillengence और Artificial Intelligence के बीच अंतर
Human और Artificial Intellengence के बीच अंतर को जानने के लिए सबसे पहले हमे Intelligence क्या है इसे जानना होगा.फिर कही जाके हम Human Intillengence और Artificial Intelligence बीच के अंतरों को जान पाएंगे.तो पहले जानते है कि Intelligence क्या है.
यदि हम Intelligence को छोटी सी परिभाषा से परिभाषित करे तो,हमारी बुद्धि (Intelligence) में किसी भी सूचना (Information) को प्राप्त करने की क्षमता, Past Experience से सीखने की क्षमता देखकर समझने और अच्छे से विचार करने की क्षमता होती है।
मनुष्य अपने सामान्य व्यवहार के कारण बुद्धि संज्ञानात्मक (Intellect Cognitive) कार्य करने में सक्षम होता है.जैसे Perception, Memory, Language और Planning.तो चलिए जानते है Human Intillengence और Artificial Intelligence के बीच क्या अंतर है.
Human Intillengence
Human Intillengence को मनुष्य की कार्य कुशलता और उसकी बुद्धि (Intelligence) के आधार पर परिभाषित किया जाता है.मनुष्य के अन्दर पुराने कार्य (Past Work) से अनुभव लेने,विपरीत परिस्थितियों (Situation) में उसके आधार पर प्रतिक्रिया (React) करने की क्षमता,तथा विचारों और Gained Knowledge का इस्तेमाल कर उस विपरीत परिस्थित से खुद को निकलने में सक्षम होता है.इन्ही सब अनुभवों के कारण मनुष्य में Decision Making Power बहुत अच्छी होती है. Human intelligence की energy efficiency लगभग 25 watts होती है.
Artificial Intelligence
Artificial Intelligence (AI) का उन क्षेत्र की machines को design करने में केंद्रित है, जो Human Behavior की नकल कर सके। Robots इंसानों द्वारा Design किये गए Instructions का उपयोग करता है। AI को Intelligent Agent द्वारा Study और Design किया जाता है। AI research कई क्षेत्रो के tools और insights का प्रयोग करता है। यह robotics central system जैसे कार्यो के लिए भी overlap करता है। AI की energy efficiency एक modern machine या learning machine में 2 watts होती है। प्रत्येक जिम्मेदारी System को सिखाने में काफी अधिक समय लगता है।
Conclusion
Artificial Intelligence (AI) से जुड़े तथ्यों को देखते हुए AI Experts का मानना है,कि भविष्य में चलकर Artificial Intelligence (AI) मानव द्वारा किये जाने हर कार्य को करने में सक्षम होगी.तो देखते है भविष्य में चल कर Artificial Intelligence (AI) मानव जीवन को किस तरह से प्रभावित करती है.
Artificial Intelligence (AI) के बड़ते प्रभाव को देखते हुए.बहुत से विशेषज्ञों का मानना है की AI के वजह से भविष्य में बहुत सारी नौकरिया जाने का खतरा है.तो वही कुछ विशेषज्ञों का मानना है की AI बहुत सारी नयी नौकरियों का सृजन भी करेगी.जैसे Robots का बनाना उनको Repair करना ऐसी ही अनेकों नौकरियों को पैदा करने का दावा है.
मुझे उम्मीद है,कि आपको Artificial Intelligence (AI) in Hindi? और से जुड़े आपके सारे सवालों के जवाब मिल गये होंगे.यदि इसके बाद भी आपकी कोई समस्या इससे जुडी रह गयी होते आप उसे कमेंट करके पूछ सकते है.कोशिश रहेगी की आपके सवाल का जवाब जल्द से जल्द दिया जाये.
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Very informative article on Artificial Intelligence..